अब असम की आंगनबाड़ी संस्थाओं में फर्जीवाड़ा, 14 लाख बच्चों का नहीं है अता-पता

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आंगनबाड़ी केंद्रों में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है। बताया जाता है कि असम में आंगनबाड़ी में दर्ज 14 लाख बच्चों के नाम पर सुविधाएं तो ली जा रही थीं, लेकिन उन बच्चों का कुछ अता-पता नहीं है। महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका गांधी ने यहां एक पोषण अभियान कार्यशाला को संबोधित करते हुए इसका खुलासा किया।
मंत्री ने कहा कि असम सरकार के सर्वे में पता चला है कि पूरे राज्य में 14 लाख बच्चे फर्जी तौर पर आंगनबाड़ी से जुड़े पाए गए। मेनका ने सभी राज्यों को एक महीने में आंगनबाड़ी में पढ़ने वाले बच्चों की गिनती कराने को कहा है।
सर्वे रिपोर्ट से पता चला है कि वहां 14 लाख ऐसे बच्चे हैं, जिनका नाम आंगनबाड़ी केंद्रों से जुड़ा हुआ था, जबकि असल में ये बच्चे मौजूद ही नहीं हैं। इसलिए आंगनबाड़ी में बच्चों की सही स्थिति पता लगाने के लिए राज्यों को कहा गया है।
समीक्षा न होने पर होते हैं घपले
महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका गांधी का कहना है कि पिछले 40 साल से देश में 14 लाख आंगनबाड़ी काम कर रही हैं। उनके कामकाज की निगरानी और समीक्षा न होने से कई तरह के घपले हो रहे थे। इसलिए अब उनके काम की समीक्षा हो रही है।
कुपोषण के खिलाफ एक माह चलेगा जनांदोलन
देश में कुपोषण को खत्म करने के लिए एक माह का जनांदोलन चलेगा। पूरे सितंबर चलने वाले पोषण अभियान में हेल्पलाइन नंबर 14408, एप तथा 43 कम्युनिटी रेडियो की मदद ली जाएगी। इसके लिए महिला एवं बाल विकास समेत 10 मंत्रालय कुपोषण, महिला एवं शिशु देखभाल, किशोरियों की समस्या और व्यक्तिगत स्वच्छता के प्रति जागरूकता फैलाएंगे।
सर्वे रिपोर्ट से पता चला है कि वहां 14 लाख ऐसे बच्चे हैं, जिनका नाम आंगनबाड़ी केंद्रों से जुड़ा हुआ था, जबकि असल में ये बच्चे मौजूद ही नहीं हैं। इसलिए आंगनबाड़ी में बच्चों की सही स्थिति पता लगाने के लिए राज्यों को कहा गया है।
समीक्षा न होने पर होते हैं घपले
महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका गांधी का कहना है कि पिछले 40 साल से देश में 14 लाख आंगनबाड़ी काम कर रही हैं। उनके कामकाज की निगरानी और समीक्षा न होने से कई तरह के घपले हो रहे थे। इसलिए अब उनके काम की समीक्षा हो रही है।
कुपोषण के खिलाफ एक माह चलेगा जनांदोलन
देश में कुपोषण को खत्म करने के लिए एक माह का जनांदोलन चलेगा। पूरे सितंबर चलने वाले पोषण अभियान में हेल्पलाइन नंबर 14408, एप तथा 43 कम्युनिटी रेडियो की मदद ली जाएगी। इसके लिए महिला एवं बाल विकास समेत 10 मंत्रालय कुपोषण, महिला एवं शिशु देखभाल, किशोरियों की समस्या और व्यक्तिगत स्वच्छता के प्रति जागरूकता फैलाएंगे।
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